Ta. Na. Kumaraswamy
ता.ना. कुमारस्वामी

ता.ना. कुमारस्वामी (24 दिसंबर, 1907 - 1982) तमिल के प्रसिद्ध साहित्यकार हैं, वह ता.ना. कु. के नाम से प्रसिद्ध हैं। उनका जन्म तमिलनाडु के तंडलम् गाँव में हुआ। पाडी के प्रकृति वातावरण में पले कुमारस्वामी के मन में बचपन से प्रकृति के प्रति एक अलग खिंचाव रहा। भाषा में आंचलिक शब्दों की भरमार है। एक स्वतंत्र सेनानी के रूप में कई बार अंग्रेजों से लड़े। वे बंगाल के रवींद्रनाथ ठाकुर से प्रभावित हुए, शांति निकेतन में ठहरकर बंगाली भाषा सीखी। कई रचनाओं का बंगाली से तमिल में अनुवाद करके उन्होंने दोनों प्रदेशों में सेतु का काम किया। वे लगभग आठ भाषाओं के ज्ञाता और संगीत प्रेमी थे। एक निपुण गायक के अतिरिक्त बाँसुरी, गढ़म, गोट, नागस्वरम्, वीणा, फिडिल, पेडल्ल हारमोनियम आदि वाद्ययंत्रों के ज्ञाता थे। उनकी कहानियों का अनुवाद अंग्रेजी में हुआ है। तमिलनाडु सरकार की ओर से उनकी रचनाओं को 'राष्ट्रीय पुरस्कार' मिला है और छह लाख की राशि प्रदान की गई है।

ता.ना. कुमारस्वामी : तमिल कहानियाँ हिन्दी में

Ta. Na. Kumaraswamy : Tamil Stories in Hindi